बुलंदशहर में छात्र नेता चुनाव के दौरान किया था मर्डर:44 साल बाद हत्या का दोषी गिरफ्तार,नोएडा में नाम बदलकर रह रहा था...TV Newsकल तक

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Reporter Kadeem Rajput TV Newsकल तक

August 07, 2025

बुलंदशहर में छात्र नेता चुनाव के दौरान किया था मर्डर:44 साल बाद हत्या का दोषी गिरफ्तार,नोएडा में नाम बदलकर रह रहा था...TV Newsकल तक

बुलंदशहर में पुलिस ने एक हत्या के दोषी को 44 साल बाद गिरफ्तार किया है। दोषी जमानत पर बाहर आया था, उसके बाद से लापता हो गया था। पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी। दोषी अपना नाम और आधार कार्ड बदलकर रह रहा था। बुधवार को पुलिस ने दोषी को नोएडा से गिरफ्तार कर लिया है। दोषी को जेल भेज दिया गया है। दोषी का पहले नाम पप्पू त्यागी था। यह गिरफ्तारी गौतमबुद्ध नगर स्थित मोदी मॉल की पार्किंग से की गई है। उसने अपना नाम मनोज कर लिया था। दोषी पप्पू त्यागी ने साल 1981 में बुलंदशहर में छात्र नेता के चुनाव के दौरान गणेशदत्त नाम के युवक की हत्या कर दी थी। गणेशदत्त के पिता बाबूराम शर्मा की तहरीर पर कोतवाली देहात थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। हत्या के इस मामले में पप्पू त्यागी के साथ सरदार पुत्र दाद को भी नामजद किया गया था।

साल 1984 को न्यायालय से जमानत भी मिल गई

इस मामले की जांच उपनिरीक्षक मुरली शर्मा ने की थी। जांच के बाद दोनों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी। 14 मई 1984 को उसे न्यायालय से जमानत भी मिल गई। लेकिन इसके बाद पप्पू त्यागी लगातार कोर्ट से गायब रहने लगा। पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था।

पप्पू बुलंदशहर के डीएवी कॉलेज में पढ़ाई करता था

बता दें, पप्पू त्यागी मूल रूप से मेरठ के चंदसार गांव का रहने वाला है। लेकिन लंबे समय से बुलंदशहर के गांव गंगेरूआ में रह रहा था। पप्पू बुलंदशहर के डीएवी कॉलेज में पढ़ाई करता था। उसके पिता रघुराज सिंह नहर विभाग में जिलेदार थे। पुलिस के अनुसार दोषी पप्पू को साल 1984 में सजा हुई थी। लेकिन फिर उसको हाईकोर्ट से बेल मिल गई और वह बाहर आ गया। उसके बाद से ही वो लापता हो गया था। कोर्ट में लगातार उसको पेशी पर बुलाया जाता था लेकिन वो नहीं आता था। जिसके बाद उसके खिलाफ वारंट भी जारी हुआ था। पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी।

भाई की मदद से दोषी तक पहुंची पुलिस

पुलिस के अनुसार, बहुत तलाश के बाद हमें पता चला कि पप्पू का गांव मेरठ के चंदसार में है। हम लोग वहां पहुंचे, उसके परिजनों से पूछताछ की। वहां हमें उसका भाई मिला। जिसके जरिए हम लोग पप्पू के पास पहुंच सके हैं। हमने जब पप्पू के कुछ कागज उसके भाई के पास मिले कागज से मैच किए तो उसमें कुछ चीजें सेम मिलीं। उसका लोकेशन हमें नोएडा मिला। जिसके बाद हम लोग पप्पू के भाई से उसकी लोकेशन ट्रेस किए। फिर टीम ने प्लान बनाया और उसको नोएडा से गिरफ्तार कर लिया।

मैंने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था- दोषी पप्पू

पुलिस गिरफ्तारी में दोषी पप्पू उर्फ मनोज त्यागी ने बताया, हाईकोर्ट में मेरे वकील डीएन सिंह केस देख रहे थे। उनकी डेथ हो गई। उसके बाद मेरे पास कोई नोटिस नहीं आया। मुझे तो हाल में पता लगा कि पुलिस मेरी तलाश कर रही है। मनोज त्यागी के मुताबिक यह एक एक्सीडेंटल केस था। ये हत्या का केस नहीं था। उन्होंने थाने में ही सरेंडर कर दिया था। कोर्ट में नहीं किया था। थाने से दो घंटे बाद ही उन्हें जेल भेज दिया गया था। सेशन कोर्ट ने उन्हें दोषी माना था। बता दें, घटना के समय दोषी पप्पू 22 साल का था। पप्पू के एक बेटी और 1 बेटा है। पप्पू की शादी घटना से पहले ही हो चुकी थी। अभी पप्पू परिवार के साथ नोएडा में रह रहा था। वहीं पूरे मामले में एएसपी ऋजुल ने बताया, पुलिस ने 44 साल बाद एक वारंटी को पकड़ा है। लंबे समय से पुलिस को इसकी तलाश थी। आरोपी को पूछताछ के बाद कोर्ट के समक्ष पेश कर दिया गया है।

Published on August 07, 2025 by Reporter Kadeem Rajput TV Newsकल तक
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